
हैदराबाद में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में CRLP/१०७८२ में सुनवाई कल नहीं हो सकी, क्योंकि माननीय न्यायाधीश एक बहुत लम्बा फैसला लिखवाने में व्यस्त थे और इस मामले में सुनवाई अब २६ अप्रैल २०१२ के लिए स्थगित किया गया है. इससे पहले गलती से यह मामला, बर्खास्तगी के लिए , सूचीबद्ध था. यह लिपिकीय गलती अब सुधार दी गयी है.
मुझे ज्ञात है , कि कई पनेलिस्ट्स , जो देश भर से मुझे फोन कर रहे हैं, WP10782 की अगली तारीख पर बहुत ज्यादा उम्मीद लगाए हुए हैं और ३० की सुनवाई में तलाश कर रहे हैं कि उन्हें पूर्ण राहत और व्यापार के पुनरारंभ की खबर आदि मिले. ये पनेलिस्ट्स इसे अंतिम सुनवाई कहते हैं.
ज्यादा से ज्यादा उम्मीद रखनी चाहिए कि मामला हमारे पक्ष में कदम दो कदम आगे बढें और यह भी एक सफलता होगी. ये सकारात्मक कदम EXIT OPTION की प्रक्रिया को शुरू करने में सहायता करेंगे .
हमने अतीत में देखा है कि मीडिया के कुछ वर्ग, प्रिंट मीडिया या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, एक महत्वपूर्ण न्यायालय बात के दिन या एक महत्वपूर्ण सुनवाई की तारीख से पहले कुछ दिनों से अपने कार्य पर लग जाते हैं क्या यह एक स्पष्ट, दुर्भावपूर्ण, इरादे से न्यायपालिका और बड़े पैमाने पर समाज के दिमाग पर, कंपनी और कंपनी के व्यापार मॉडल के खिलाफ पक्षपाती प्रभाव करने के इरादे से किया जा रहा है ?
आप खुद न्यायाधीश बनिए.
यह अदालत की तौहीन का सर्वोच्च उधाहरण है,इस बात से स्पष्ट है, कि एक असंबंधित मामले में ,(सहारा विरूद्ध सेबी मामले में ), सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिया गया दृदमत, जिस से जांच और न्यायाधीन के तहत मामलों पर रिपोर्ट करने के लिए, सुप्रीम कोर्ट दिशा निर्देशों और मानकों की स्थापना की प्रक्रिया में है
मैं Speakasians के इस शानदार परिवार को सचेत करना चाहता हूँ कि अगले कुछ दिनों में प्रकट होने वाले प्रेरित समाचार रिपोर्ट पर ध्यान नहीं दें . अब तक हम ऐसे रिपोर्ट को अनदेखा करना सीख गए है.
हमारा पूरा ध्यान केंद्रित होना चाहिए , व्यापार के तुरंत पुनः आरंभ होने की दिशा में , मैं आप को शाहरुख़ खान की फिल्म 'ओम शांति ओम' के संवाद याद दिलाता हूँ, " अगर आप किसी भी चीज़ को शिद्दत से चाहते है तो पूरी कायनात आपको उससे मिलाने में लग जाती है|
हम इन न्यायालय मामलों को समझने की कोशिश में उलझे हैं, और हम पूरी तरह से ३ अप्रैल के कंपनी संचार को भूल गए हैं, कंपनी ने हमें सूचित किया है कि वे व्यापार को त्वरित पुनः आरंभ करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और हमें कंपनी से कुछ सकारात्मक खबर जल्दी मिलने की उम्मीद करनी चाहिए.
मैं एक बार फिर Speakasians के इस पूरे परिवार को याद दिलाना चाहता हूँ , कि कंपनी व्यापार गतिविधियों को जल्द से जल्द पुनः आरंभ करने के लिए उत्सुक है.
३ अप्रैल के कंपनी के संचार से मैं यह समझ पाया हूँ , कि कंपनी, व्यापार के तुरंत पुनः आरंभ के नज़रिए से पूरे मामले को देख रही है और हम अभी भी आपस में विभिन्न अदालती मामलों की बहस में उलझे हैं.
उठिए , अपनी सीट बेल्ट कस के बाँध कर , शिकार करने के लिए तैयार हो जाइए , कंपनी संचार के अनुसार कंपनी आवश्यक घोषणा जल्द ही करेगी . इसे मत खो देना.
कंपनी ने अदालती मामलों को एक बहुत प्रख्यात कानूनी टीम के हाथों में सौंप दिया है और विभिन्न अन्य सरकारी मंचों पर, व्यापार को पुनः आरंभ करने के तौर - तरीकों को खोजने की कोशिश कर रही है जिसका मुझे यकीन है की बहुतांश पनेलिस्ट्स के हित में है .
अदालती मामलों से आपका ध्यान बाहर निकालिए , उसे प्रख्यात सलाह्गारों पर छोड़ दीजिये जो बहुत कुशलता से अपना काम कर रहे हैं और हमें हमारी टीम के साथ फिर से जुड़ना चाहिए और टीमों को एकजुट करना शुरू कर देना चाहिए , एक बार फिर से याद रहे, "पहला पंछी दाना ले जाता है" .
AISPA आपको ऐसा मंच प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रहा है , जिसपर आप एक बड़े पैमाने पर सबको मिलकर सबके साथ जुड़ सकते हो . देखते रहिये , हम आप को घटना की जानकारी देते रहेंगे.
शुरुआत में, मैं आपको एक छोटा सा संकेत दे देता हूँ . १२ मई २०१२ को, AISPA , एक अखिल भारतीय आन्दोलन का आयोजन कर रहा है, और एक प्रसिद्ध अंतराष्ट्रीय संगठन के सहयोग के साथ एक महान सामाजिक कार्य का आयोजन भी कर रहा है . अपने आप को अपने अप लाइन और लीडर्स द्वारा जानकार रखिये . जैसे Melwyn जी का कहना है 'जिम्मेदारी लो' .
आगे आइये और हाथ मिलाइए, हमारे, SAOL की वापसी ओर व्यावसायिक गतिविधि के पुनः आरंभ के इस प्रयाण में . हम साथ मिलकर कर सकते हैं और एक साथ मिलकर हम करेंगे .मैं इस अवसर पर एक बार फिर इन मशहूर शब्दों को दोहराता हूँ :-
"हम जीतने के लिए बंधे हैं ... और हम निश्चित रूप से जीत जायेंगे."
धैर्य रखिये , विश्वास रखिये , अपनी कंपनी पर भरोसा रखिये .
गर्व से एक Speakasian.
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